railway ticket hacker basti uttar Pradesh
हामिद अशरफ का यह हैकिंग गिरोह डेढ़ मिनट में तीन टिकट बुक कर लेता। मिनटों में सैकड़ों आईडी की मदद से यह गिरोह आईआरसीटीसी के हजारों टिकटों को बुक कर लेता था। आरपीएफ के मुताबिक यह गिरोह टिकटों का घोटाला कर हर महीने 10 से 15 करोड़ रुपए बना रहा था। इन पैसों को ये देश में टेरर फंडिंग में भी लगाते थे।
आरपीएफ के महानिदेशक अरुण कुमार ने खुलासा करते हुए बताया कि हामिद अशरफ दुबई से इस गिरोह का संचालन कर रहा है।
दिल्ली के रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स ने जिस ई टिकट रैकेट का पर्दाफाश किया उसके सरगना के तौर पर हामिद अशरफ का नाम सामने आया है। यह वही हामिद अशरफ है जिसे 28 अप्रैल 2016 में आईआरसीटीसी हैक कर ई टिकट बनाने के केस में पुलिस ने गिरफ्तार किया था और फिलहाल के तौर पर जमानत पर बाहर है। उसने ई टिकट रैकेट का इंटरनेशनल नेटवर्क खड़ा कर दिया। इस रैकेट का नेटवर्क पाकिस्तान, बांग्लादेश और दुबई तक बताया जा रहा है। यह गिरोह सॉफ्टवेयर से अवैध तरीके से ई टिकट की बुकिंग कर करोड़ों कमाता था और इन पैसों को देश में आतंकी गतिविधियों को फंड करने में भी लगाता था।
आरपीएफ ने गिरोह के बारे में खुलासा करते हुए बस्ती जनपद के कप्तानगंज का निवासी हामिद अशरफ को इसका सरगना बताया है। इस गिरोह के एक सदस्य सॉफ्टवेयर डेवलपर गुलाम मुस्तफा को आरपीएफ ने झारखंड से गिरफ्तार किया। इस हाईप्रोफाइल हैंकिंग केस में गुलाम मुस्तफा समेत 27 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इस मामले की जांच आईबी और एनआईए भी कर रही है।
डिजिटल डाटा की पड़ताल से साइट हैक करके आईआरसीटीसी के सॉफ्टवेयर का क्लोन तैयार कर मनमाने ढंग से रेल टिकट निकालने के खेल का खुलासा हुआ। पकड़ में आया युवक कप्तानगंज थाना क्षेत्र के वायरलेस चौराहे पर रहने वाले जमीरुल हसन का बेटा हामिद अशरफ है।
12वीं का छात्र हामिद यहां दो साल से अपने मामा नसीम अंसारी के मकान में रह रहा था। मामा रमवापुर मदरसे में शिक्षक हैं, जबकि पिता खेती के साथ बल्ली किराये पर देने का काम करते हैं।
पूछताछ में पता चला कि रेलवे टिकट के निजी काउंटर (जेटीबीएस) पर कुछ समय काम करके हामिद आईआरसीटीसी की साइट और टिकट निकालने के तरीकों से वाकिफ हुआ था
और साइबर तकनीक को करीब से समझकर सॉफ्टवेयर का क्लोन तैयार कर लेने तक की महारत हासिल कर ली।
सॉफ्टवेयर के इस क्लोन को अपने जैसे दूसरों को मोटी रकम में बेचने और तत्काल रिजर्वेशन से लेकर रेल टिकटों में हेरफेर से अब तक लाखों के वारे-न्यारे करने की जानकारी मिली है।
छापेमारी में साथ रहे बस्ती थाने के प्रभारी निरीक्षक रणधीर मिश्रा ने बताया कि जांच दल में सीबीआई की बेंगलूरू इकाई के इंस्पेक्टर टी राजशेखर, लखनऊ से सीबीआई इंस्पेक्टर रमेश पांडेय और रेलवे विजिलेंस के कुछ अफसर शामिल थे।
आगे की पूछताछ के लिए सीबीआई टीम हामिद को मय साजो सामान अपने साथ ले गई है।