5 जून सिद्धार्थ यूनिवर्सिटी महासचिव राकेश कुमार ने किया वृक्षारोपण
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर कुलसचिव राकेश कुमार ने कहा कि प्रकृति से मिली सम्पदाओं का सरंक्षण करने और प्रकृति का संतुलन बनाए रखने के प्रण लेने का अनुरोध किया है।
‘‘आज हमारी जीवनशैली ऐसी हो गई कि हम जल, ईंधन एवं ऊर्जा जैसी प्राकृतिक सम्पदाओं का दोहन कर रहे हैं। एक तरफ जहां हम अपने स्वार्थ के लिए भूमिगत जल का दोहन कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर हम जल को दूषित भी कर रहे हैं।मानसून की प्रवृत्ति में बदलाव के चलते हमें कभी बाढ़, कभी सूखा तो कभी भूकम्प और सुनामी तथा अन्य चक्रवाती तुफानों जैसी आपदाओं का सामना करना पड़ता है।
यदि हमारी प्रकृति से छेडछाड़ इसी प्रकार चलती रही तो वह दिन दूर नहीं जब हम पानी और शुद्ध हवा के लिए तरस जाएंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के दौरान लॉकडाउन के चलते हमें पर्यावरण में बदलाव देखने को मिला। मानवता के लिए सभी को पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लेना चाहिए। हमें हर माह कम से कम 02 पौधे निजी रूप से लगाने चाहिए। इस अवसर पर वित्त अधिकारी श्री विनोद कुमार, सहायक कुलसचिव, डी.एन. यादव, दुर्गा प्रसाद दीक्षित, मनीष श्रीवास्तव, सिद्धार्थ धर द्विवेदी, आलोक सिंह, रामनिवास आदि मौजदू रहे।
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर कुलसचिव राकेश कुमार ने कहा कि प्रकृति से मिली सम्पदाओं का सरंक्षण करने और प्रकृति का संतुलन बनाए रखने के प्रण लेने का अनुरोध किया है। ‘‘आज हमारी जीवनशैली ऐसी हो गई कि हम जल, ईंधन एवं ऊर्जा जैसी प्राकृतिक सम्पदाओं का दोहन कर रहे हैं। एक तरफ जहां हम अपने स्वार्थ के लिए भूमिगत जल का दोहन कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर हम जल को दूषित भी कर रहे हैं।मानसून की प्रवृत्ति में बदलाव के चलते हमें कभी बाढ़, कभी सूखा तो कभी भूकम्प और सुनामी तथा अन्य चक्रवाती तुफानों जैसी आपदाओं का सामना करना पड़ता है। यदि हमारी प्रकृति से छेडछाड़ इसी प्रकार चलती रही तो वह दिन दूर नहीं जब हम पानी और शुद्ध हवा के लिए तरस जाएंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के दौरान लॉकडाउन के चलते हमें पर्यावरण में बदलाव देखने को मिला। मानवता के लिए सभी को पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लेना चाहिए। हमें हर माह कम से कम 02 पौधे निजी रूप से लगाने चाहिए। इस अवसर पर वित्त अधिकारी श्री विनोद कुमार, सहायक कुलसचिव, डी.एन. यादव, दुर्गा प्रसाद दीक्षित, मनीष श्रीवास्तव, सिद्धार्थ धर द्विवेदी, आलोक सिंह, रामनिवास आदि