सिद्धार्थ यूनिवर्सिटी, गोरखपुर विश्वविद्यालय
मानवतावाद:- जनजातीय धर्म उद्विकास में कार्ड रिंगटन एवं मेरेटने जीवित सत्ता के आधार पर धर्म के नए सिद्धांत का प्रतिपादन जिससे मानवता बात कहा जाता है, यह भक्तों ने सीखा की जनजातियों पर किए गए अध्ययन पर आधारित है मैं लेने सिया की जनजातियों पर किए गए अध्ययन पर आधारित है मलेने सिया की जनजातियां एक ऐसे अलौकिक शक्ति में विश्वास करती है जो व्यक्ति की शक्तियों से छुपा है तथा चेतन अचेतन सभी में विद्यमान है इसी को विद्वानों ने "माना"नामक अलौकिक शक्ति माना है इसी विश्वास के के बाद में मानवतावाद कहा जाने लगा|
मलेशिया की जनजातियों में मानना एक ऐसा अलौकिक सकते है जिसका कोई भौतिक स्वरूप नहीं ने होता लोध ने माना कि बिजली के प्रवाह के समय स्वीकार किया है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्तिएक वस्तु से दूसरी वस्तु में आ जा सकता है जनजातीय या विश्वास करती है कि माना कि सख्त उन्हें सफलता दिलाती है और माना सत्य का कुप्रभाव उन्हें असफल दिलाती हैइसी आधार पर मेरिट यार्ड ने यह फर्क दिया कि माना कि अलौकिक शक्ति में विश्वास करने के कारण ही जिन जातियों में उनके पूजा आराधना प्रारंभ कर दी और यही धर्म का प्रारंभ सुरूप था|
मानवतावाद:- जनजातीय धर्म उद्विकास में कार्ड रिंगटन एवं मेरेटने जीवित सत्ता के आधार पर धर्म के नए सिद्धांत का प्रतिपादन जिससे मानवता बात कहा जाता है, यह भक्तों ने सीखा की जनजातियों पर किए गए अध्ययन पर आधारित है मैं लेने सिया की जनजातियों पर किए गए अध्ययन पर आधारित है मलेने सिया की जनजातियां एक ऐसे अलौकिक शक्ति में विश्वास करती है जो व्यक्ति की शक्तियों से छुपा है तथा चेतन अचेतन सभी में विद्यमान है इसी को विद्वानों ने "माना"नामक अलौकिक शक्ति माना है इसी विश्वास के के बाद में मानवतावाद कहा जाने लगा|
मलेशिया की जनजातियों में मानना एक ऐसा अलौकिक सकते है जिसका कोई भौतिक स्वरूप नहीं ने होता लोध ने माना कि बिजली के प्रवाह के समय स्वीकार किया है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्तिएक वस्तु से दूसरी वस्तु में आ जा सकता है जनजातीय या विश्वास करती है कि माना कि सख्त उन्हें सफलता दिलाती है और माना सत्य का कुप्रभाव उन्हें असफल दिलाती हैइसी आधार पर मेरिट यार्ड ने यह फर्क दिया कि माना कि अलौकिक शक्ति में विश्वास करने के कारण ही जिन जातियों में उनके पूजा आराधना प्रारंभ कर दी और यही धर्म का प्रारंभ सुरूप था|